शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा कि हिंदुस्तान के अगर किसी भी नागरिक को पाकिस्तान के झंडे से प्रेम और मोहब्बत है तो उसको हिंदुस्तान में रहने का कोई अधिकार नहीं है. ऐसे तमाम लोग चाहे वो किसी भी समाज के हों, किस भी धर्म के हों, किसी भी जाति या भाषा के हों, अगर उसको पाकिस्तानी झंडे से मोहब्बत है तो उसको पाकिस्तानी नागरिकों के साथ पाकिस्तान भेज देना चाहिए.
‘मस्जिद में पाकिस्तान का झंडा चिपकाना आपत्तिजनक’
संजय निरुपम ने कहा, “हां, इस दरमियान जयपुर में एक घटना घटी. किसी मस्जिद में जाकर पाकिस्तान का झंडा चिपकाया गया, वहां आपत्तिजनक है. मुझे लगता है कि वहां पर पार्टी और सरकार ने भी एक भूमिका ली है, जिसने भी ये हरकत की उसको सुनाया और समझाया गया.”
‘पाकिस्तान का झंडे के पैरों से मारने का समर्थन हो’
आगे उन्होंने कहा, “लेकिन नालासोपारा और सांताक्रूज जैसे स्थानों पर अगर रास्ते पर कोई पाकिस्तान का झंडा रखकर उसको पैरों से मार रहा है, पीट रहा है और जला रहा है तो निश्चित तौर पर इसका समर्थन होना चाहिए. इसका विरोध करने वालों की कुटाई होनी चाहिए.”
Mumbai, Maharashtra: Shiv Sena leader Sanjay Nirupam says, “If any citizen of India has love or affection for the Pakistani flag, they have no right to live in India. Regardless of their community, religion, caste, or language, anyone who admires the Pakistani flag should be sent… pic.twitter.com/VUBEA6ojQ5
— IANS (@ians_india) April 29, 2025
‘अभी संसत्र का सत्र बुलाया आवश्यक नहीं’
पहलगाम हमले के बाद संसद का सत्र बुलाए जाने की मांग पर उन्होंने कहा, “राहुल गांधी और मनोज झा ने भी चिट्ठी लिखी है. मुझे नहीं लगता कि अभी संसद का सत्र बुलाना आवश्यक है. अभी आवश्यक है एक्शन लेना और वो एक्शन सिर्फ युद्ध के मैदान में हो सकता है.”
‘पहले पाकिस्तान से लड़िए’
शिवसेना नेता ने कहा कि संसद का सत्र कभी भी बुलाया जा सकता है और इसमें विस्तार से चर्चा हो सकती है. कारगिल के बाद भी संसद का सत्र बुलाकर चर्चा हुई थी. तो पहले पाकिस्तान से लड़िए, पाकिस्तान को एकदम घुटने टेकने के लिए मजबूर करिए. जिन आतंकवादियों ने हमारे बेगुनाह पर्यटकों की जान ली है, उन आतंकवादियों को पकड़िए और उनको खत्म करिए.”